साहित्य सभा कैथल
रविवार, 20 जून 2010
सुनसान क्यूं है
प्रिय पाठको
आज आपके लिए गज़लकार ''ईश्वर चंद गर्ग'' की एक रचना (सही देखने के लिए रचना पर एक चटका लगायें):-
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